नई दिल्लीः बॉलीवुड एक्टर ऋषि कपूर का मुंबई के चंदनवाड़ी शमशान घाट पर इलेक्ट्रिक शवदाह गृह में अंतिम संस्कार हुआ। उनके बेटे और अभिनेता रनबीर कपूर ने अंतिम संस्कार की सारी प्रक्रिया निभाई। लॉकडाउन की वजह से पुलिस ने अंतिम संस्कार में कुछ बेहद करीबी लोगों को ही शामिल होने की इजाज़त दी। ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा कपूर दिल्ली पुलिस से मंजूरी मिलने के बावजूद अपने पिता के आखिरी दर्शन नहीं कर सकीं।
ऋषि कपूर का आज निधन हो गया था। वह 67 वर्ष के थे। तबीयत खराब होने के कारण उन्हें मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महानायक अमिताभ बच्चन ने ऋषि कपूर के निधन की जानकारी दी। ऋषि कपूर दो साल से कैंसर से जूझ रहे थे। ऋषि कपूर के भाई रणधीर कपूर ने बताया था कि उनको सांस लेने में तकलीफ थी जिसके चलते उन्हें एच एन रिलायंस अस्पताल में भर्ती कराया था। बॉलीवुड के लिए लगातार दो दिन में दाे बड़े अभिनेताओं काे खाेना किसी बड़े झटके से कम नहीं है, एक दिन पहले ही इरफान खाान का निधन हुआ और आज ऋषि कपूर ने भी इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
कपूर खानदान की ओर से संदेश जारी कर बताया गया कि गुरुवार सुबह 8.45 बजे ऋषि कपूर ने अंतिम सांस ली। वो ल्यूकेमिया नामक बीमारी से पिछले दो साल से लड़ रहे थे। अस्पताल ने उनके लिए आखिरी दम तक कोशिश की। पिछले साल वो जब विदेश से इलाज करवाकर वापस आए थे, तो काफी खुश थे और हर किसी से मिलना चाहते थे, लेकिन ये बीमारी दूर नहीं हाे सकी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर लिखा कि ऋषि कपूर के असामयिक निधन से गहरा दुःख हुआ है। उनके सदाबहार और प्रसन्नचित्त व्यक्तित्व तथा ऊर्जा के कारण यह विश्वास करना मुश्किल है कि वे नहीं रहे। उनका निधन सिने जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके परिवार, शुभचिंतकों और प्रशंसकों के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं।
ऋषि कपूर के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, बहुआयामी, प्रिय और जीवंत...ये ऋषि कपूर जी थे। वह प्रतिभा का पावरहाउस थे। मैं हमेशा सोशल मीडिया पर भी अपनी बातचीत को याद करूंगा। वह फिल्मों और भारत की प्रगति के बारे में भावुक थे। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।